ପ୍ରତି ସୋମବାର ଦିନ ପାଠ କରନ୍ତୁ ଶିବଙ୍କ ଏହି ସ୍ତୁତି, ପୂର୍ଣ୍ଣ ହେବ ସମସ୍ତ ମନସ୍କାମନା

ସୋମବାର ଦିନ ଦେବ ଦେବ ମହାଦେବଙ୍କ ପୂଜା କରାଯାଏ। ଏହି ଦିନ ଶିବଙ୍କ ଆରାଧନା କଲେ ଭଗବାନ ପ୍ରସନ୍ନ ହୁଅନ୍ତି ବୋଲି ବିଶ୍ୱାସ ରହିଛି। ମାନ୍ୟତା ରହିଛି ଯେ ସୋମବାର ଦିନ ଭଗବାନ ଶିବଙ୍କ ସ୍ତୁତି ପାଠ କଲେ ସମସ୍ତ ମନସ୍କାମନା ପୂର୍ଣ୍ଣ ହୋଇଥାଏ। ଏହି ସ୍ତୁତି ଏତେ ପ୍ରଭାବଶାଳୀ ଯେ ଏହାକୁ ଶୁଣିବା ମାତ୍ରେ ଇଚ୍ଛା ପୂରଣ ହୁଏ ବୋଲି କୁହାଯାଏ।

ଆସନ୍ତୁ ଜାଣିବା କ’ଣ ଏହି ସ୍ତୁତି…

कैलासराना शिवचंद्रमौली। फणींद्र ने सिर पर मुकुट पहना। करुणासिन्धु भवदुखहारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। रविन्दु दावानल पूरी भाली। पसीने से तर आँखें, अँधेरी आँखें। ब्रह्माण्डदिशा मदंतकारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। जटा विभूति उर चंदन। कपमाला की प्रीत गौतमी। पंचानन विश्वनिवंतकारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। वैराग्ययोगी शिव शूलपाणि। सदा समाधि निजबोधवानी। उमानीवास त्रिपुरंतकारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। उदार मेरु पति शैलजाचा। श्रीविश्वनाथ सुरांचा के बारे में कहते हैं। दयानिधि के गज धारक। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। ब्रह्मादि वन्दि अमरदीनाथ। सोमकांत ने भुजंगमाला को धारण किया। गंगा शिरिन दोष महा विदारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी।

कर्पूरगौरी गिरिजा विराजे। गला नीला है। गरीबी और दुःख की यादों को रोकना। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। दाह संस्कार के लिए सूखा। वह भगवान चूड़ामणि कौन है? उदसमूर्ति जटाभस्मादरी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। भुतदीनाथ और अंत। वह स्वामी शंभव का मेरा ध्वज है। राजा महेश बाहुबाहुड़ी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। नंदी हारा का हर नंदिकेश। श्री विश्वनाथ कहते हैं सुरेश। सदाशिव व्यापक बुखार। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। भयानक भीम विक्राल नग्न। लीलाविनोड करि काम भग्ना। इसलिए रुद्र ने दुनिया भर में दक्ष की हत्या कर दी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। इचचा हारा की दुनिया विशाल है। यह ब्रह्मगोल की बारी है। उमापति भैरव विघ्नहरि। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी।

भागीरथी पर हमेशा पवित्र। जहां ऐसा तारा ब्रह्ममन्त्र। दुनिया की तीन आंखें हैं। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। प्रयाग चोटी सब हरी। पदारविन्दि वहाति हरि की। मंदाकिनी मंगल रक्षक। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। कीर्ति हारा की प्रशंसा मत करो। कैवल्यदता मनुज की समझ में नहीं आई। एकग्रानाथ विष को स्वीकार करते हैं। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। सबसे व्यापक नियंत्रक। वह प्राणलिंग के करीब है। अनिरू उमा को गिरिरुपधारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। हमेशा एक तपस्वी की तरह काम करें। सदा ताजा शशिकोटिवहनु। गौरीपति जो सदा जलते रहते हैं। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। कर्पूरगौर को बीस याद थे। चिंता हमेशा हरी रहती है। सुवना ने अंत में सोचा। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी।

आराम करने पर विकृत शरीर। दुखी मत होना। चिंतामणि चिंतां चित्तहारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। सभी खुशियों के साथ खुशियां मनाएं। एक ऐसी दुनिया की जो दुःख से बचती है। मौत के समय धरती कांपने लगी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। मुझे गगानी शब्द पसंद नहीं है। वह चिल्लाया कि भाव शून्य है। कथा निजां करुणा कुमारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। शांति स्वालिला वदनी विलेसे। ब्रह्मांडीय क्षेत्र दिखाई नहीं दिया। भिलि भवानी शिव ब्रह्मचारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। पीली सजी नाभि जयाची। किन्किचिनी सुंदरता से अलंकृत। श्रीदेवदत्त दुरितान्तकारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। जीवाशिव की जटिल समाधि। विटला प्रपंची का टूटा शीर्षक। शुद्ध वाणी वेदों को गर्जती है। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी।

निधन कुंभ अखंड है। निजंग शिव ज्योतिर्लिंग देखें। गंभीरता से धीमी गति से चलती है। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। मंदार बिल्व बकुलें सुवासी। माला पवित्रा वा शंकरसी। काशीपुरी भैरव विश्व सितारा। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। जय जुई चंपक फूल प्रजाति। सुंदर गर्दन और हाथ। प्रताप सूर्यशेखरधारी तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। आलोकश्यामद्र प्रकाश सुनते हुए। संपूर्ण सौंदर्य विकसित हुआ। नइ सुपंथे भवपालतिरीन। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। नागेशनाम सकला जीववाला। मन जपें री शिवमन्त्रमाला। पंचाक्षरी घ्यान गुहाविहारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी। एकंति तु पुन गुरुराज स्वामिन। चैतन्यरूपि शिवसुखाय नाम। शिंवलन दयाला बाहुल्य भारी। तुजवेना शम्भो मझ कोना तेरी।

 
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